New Year क्या होता है
New Year वह दिन होता है । जिस दिन लोगों के नए कैलेंडर मे नया साल शुरू हो जाता है ओर कैलेंडर के नए साल की गणना मे एक बड़ोंतरी होती है । कई लोग इसे अपने रीति रिवाजों को अनोखे तरीके के साथ मनाते है । Gregorian calendar में इस्तमाल होने वाली कैलेंडर प्रणाली है ।
New Year कहाँ कहाँ मनाया जाता है
नया साल , दुनिया भर मे मनाए जाने वाले संस्कृति ओर धार्मिक उत्सवो मे से एक उत्सव है । ओर कई सामाज मे इस त्योहार को बड़े उत्साह के साथ मनाते है । ये त्योहार एक ऐसा त्योहार है जो सबसे पुराने त्योहारों मे से एक है ।
The History of New Year
New Year का उत्सव सबसे पहले 2000 ई. पू . से मनाया जाता है । Mesopotamia, जहाँ Babylonia मे नए साल vernal equinox ( वसंत विषवू ) के बाद नए चाँद से शुरू होता है । असिरिया मे शरद विषव या आधे सितंबर के सबसे नजदीक के नए चाँद से शुरू होता है । Egyptians and Phoenicians, के लिए साल के 21 march (वसंत विषवू ) से शुरू होता है ओर जो शुरुवात मे ही यूनानी है उनका 21 सितंबर (शीतकालीन सक्रांति ) से शुरू होता है । Roman republican calendar पर साल 2 march से शुरू होता है लेकिन 153 ई.पू . के बाद आधिकारिक जो दिनांक थी वो 1 जनवरी थी , जिसे 46 ई.पू . के Julian calendar मे जारी किया गया था ।
मध्यकाल मे ईसाई यूरोप के ज्यादातर लोग 25 march को नए साल की शुरुवात के रूप मे मनाते है जबकि एगलों -सैक्सन इंग्लैंड मे 25 दिसंबर को नए साल की शुरुवात करते है ।
यूरोपियों ने किया था New Year इंकार
William the Conqueror ने आदेश जारी करते हुए कहा था की नया साल 1 जनवरी से शुरू होगा , लेकिन बाद मे इंग्लैंड वालों ने बाकी ईसाई धर्मों के साथ मिलकर 25 march को new year की शुरुवात की थी । अधिकांश यूरोपी देश ने धीरे – धीरे इसका इंकार किया ,
जैसे की – :
- Scotland,1660 में ;
- Germany and Denmark, लगभग 1700 में ;
- England, 1752 में ;
- Russia,1918 में ।
New Year रीति रिवाज
नए साल के त्योहार के कई तरह के रीति रिवाज है जो बाद मे समय के बीतने का संकेत देते हैं । नए साल के जो प्रतीक है वो एक यूनानी से है , जिसमे एक बुड़ा इंसान है जो बीते हुए सालों से देखभाल करता है
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January महीने का नाम कैसे पड़ा
January महीने का नाम रोमनों ने अपने देवता , जानुस , से लिया है । जिनके दो चेहरे थे ,एक चेहरा आगे की ओर देखता था ओर दूसरा चेहरा पीछे की ओर देकता था । अपनी बुरी आदतों को सुधारना या बुरी आदतों से छुटकारा पाने ओर अच्छी आदतों को अपने तरफ आने के लिए जो संकल्प लेने की प्रथा थी वो भी पुराने जमाने से चली आ रही है ।
कुछ लोगों का मानना तो यहाँ तक है की बेबीलोन के लोगों ने इस रिवाज को 4 हजार साल से भी पहले से इस रिवाज को शुरू किया था । ओर ये जो सभी संकल्प लिए जाते थे वो देवताओ को पाने के लिए लिय जाते थे ।
कई लोग तो नए साल को बड़े धार्मिक रीति रिवाजों के साथ मनाते है , जेसे की रोश हशाना पर आधारित है ये अपने धार्मिक के रीति रिवाजों के साथ इस उत्सव को मनाते है । इस दिन सभी गरीब लोगो को या जरुरतमन्द लोगों की जरूरत को पुरी की जाती है ।
Hindu लोग New Year क्यों मनाते है
हिन्दू लोग इस उत्सव को अपने धर्मों से मनाते है । जेसे की – कई लोग अपने देवताओ के लिए पूजा करते हुए प्रसाद चड़ाते है । कोई घूमने की इच्छुक होते है वो नई नई जगह या मंदिरों मे जाके इस उत्सव को मनाते है ।
चिनी लोग इस उत्सव को अपने घर पर धन के देवी देवताओ को ओर अपने पूर्वजों को प्रसाद चड़ाते है ।
New Year को कैसे celebrate किया जाता है
कई देशों मे नए साल का का जश्न या उत्सव 31 दिसंबर की शाम 12 बजे के लगभग बड़े ही उत्साह के साथ इसकी शुरुवात होती है ।
नए साल का ये जश्न 1 जनवरी की सुबह तक रहता है , इस उत्सव को कई लोग इस तरह मनाते है की रात का खाना ओर सुबह का नाश्ते मे तरह तरह के पकवान के साथ इस उत्सव का आनद लेते है । जिसे आने के लिय सोभाग्य माना जाता है ।
स्पेन ओर कई तरह के अपेनिश भाषा के लोग आधी रात पहले से ये लोग एक दर्शन अंगूर कहते है , क्योंकि इनका मानना है की जो आने वाले महीने के लिए उनकी जो उम्मीद होती है उन्हे पूरी करने तमन्ना होती है ।
दुनिया के कई जगहों मे तो नए साल को मटर की फलिया से शुरुवात करते है इटली में दाल , दक्षिणी इलाके के लोग काली आँखों वाली मटर के साथ शुरुवात करते है ।
कुछ हिस्से मे तो सूअर का माँस से शुरुवात करते है । क्यूबा , हंगरी , आदि जगहों पर सूअर का माँस टेबल के ऊपर रखा हुआ दिकता है । Netherlands, Mexico, Greece ओर कई जगहों पर तो अंगूटी की ring के तरह कैक ओर पेस्ट्री के साथ उत्सव को मनाते है । ये सभी चीजे ये बताती है की पुराना साल गया ओर एक नया साल आया है ।